वाइन-हलाल मीट पर ईरानी राष्ट्रपति का ओलांद के साथ लंच रद्द
गुरुवार के लंच कार्यक्रम के लिए रूहानी ने इस्लामिक नियमों का पालन करते हुए हलाल मीट की मांग की थी और उन्होंने वाइन हटाने के लिए भी कहा था। ओलांद ने इस मांग को न मानते हुए एलीसी पैलेस में होने वाले लंच को ही रद्द कर दिया। ‘रोशन की शहर’ में रूहानी का यह पहला दौरा था।
संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस के राजदूत गेरार्ड अरॉड ने ट्विटर पर लिखा, ‘समस्या हलाल मीट को लेकर नहीं थी। वह वाइन को हटाने की मांग थी जिसकी वजह से ऐसा हुआ। कोई भी किसी को इस बात से नहीं रोक सकता कि उसे क्या पीना है और क्या नहीं पीना है।’ रोहानी को एक ब्रेकफास्ट ऑफिर किया गया लेकिन उन्होंने इससे भी इनकार कर दिया।
ओलांद का फैसला इटली के प्रधानमंत्री मातेओ रेंजी से उलट है। इसी हफ्ते ईरानी राष्ट्रपति के इटली दौरे पर वहां की नग्न मूर्तियों को ढकने का फैसला किया गया था जिससे रोहानी को अपमानित महसूस न हो। रेंजी का यह फैसला रोहानी की मेहमाननवाजी के लिए था लेकिन इससे उनकी आलोचना भी खूब हुई। बताया जा रहा है कि ओलांद ने इसीलिए रोहानी की बात मानने से इनकार कर दिया।
इटली में वाइन की अहमियत फ्रांस की अपेक्षा ज्यादा है। सोमवार को रोहानी के इटली दौरे पर अधिकारियों ने रात के भोजन में वाइन नहीं परोसी थी। मूर्तियों को ढकने और वाइन न परोसने के अपने फैसले के बाद रेंजी दुनियाभर में निशाने पर आ गए हैं।
सांसद ल्यूका स्क्वेरी ने कहा, ‘किसी दूसरे की संस्कृति का सम्मान करने का यह मतलब कतई नहीं कि हम अपनी संस्कृति का अपमान कर देंगे। यह सम्मान नहीं बल्कि एक तरह का सरेंडर होगा।’